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फ़ोटो साभार: ट्विटर

अपनी मिसाइल से हेलिकॉप्टर गिरने पर दो अफ़सरों का होगा कोर्ट मार्शल

बालाकोट हवाई हमले के अगले दिन पाकिस्तानी हमले के दौरान अपनी ही मिसाइल से हेलिकॉप्टर गिरने के मामले में वायु सेना के छह अफ़सरों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के हवाले से एक न्यूज़ एजेंसी ने ख़बर दी है कि छह में से दो अफ़सरों का कोर्ट मार्शल होगा। चार अन्य के ख़िलाफ़ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। एयर फ़ोर्स डे के मौक़े पर वायु सेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने पहली बार आधिकारिक रूप से मान लिया था कि पाकिस्तान हमले के दौरान अपनी ही मिसाइल से एमआई-17 हेलिकॉप्टर गिर गया था। 

तब वायु सेना ने कहा था कि इस मामले में कोर्ट ऑफ़ इन्क्वायरी पूरी हो गई है। वायु सेना प्रमुख ने कहा था कि हम यह स्वीकार करते हैं कि यह एक बड़ी ग़लती थी और यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी ग़लती दोबारा नहीं हो। इससे पहले कई ऐसी रिपोर्टें आई थीं कि पाक हमले में एमआई-17 को मार गिराया गया था।

इसी साल पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में हवाई हमला किया था। इसमें जैश ए मुहम्मद के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। तब दावा किया गया था कि इस कार्रवाई में आतंकी संगठन को भारी नुक़सान उठाना पड़ा। हालाँकि कई ऐसी अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्टें आई हैं जिसमें किसी भारी नुक़सान की बात पुष्ट नहीं होती है। बाद में बालाकोट हवाई हमले के जवाब में पाकिस्तान ने भी सीमा पार से हरकत की और सीमाई इलाक़ों में हवाई हमले किए थे। इस पाकिस्तानी हमले का भारत ने भी क़रारा जवाब दिया। 

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इसी झड़प के दौरान भारत का एमआई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश कर गया था। शुरुआती रिपोर्टों में क्रैश होने का कारण पता नहीं चला था, लेकिन बाद में कई ऐसी रिपोर्टें आईं कि पाकिस्तानी हमले में यह हेलिकॉप्टर निशाने पर आ गया। लेकिन कुछ समय बाद ही कुछ ऐसी रिपोर्टें आईं कि भारतीय वायु सेना की अपनी ही मिसाइल से भारत की सीमा में ही ग़लती से हेलिकॉप्टर पर निशाना लग गया। इसके बाद मामले में जाँच शुरू की गई। 

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क़मर वहीद नक़वी
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