भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम सन 1857 की क्रांति के समय ‘ग्वालियर के तत्कालीन सिंधिया महाराजा जयाजीराव सिंधिया ने अंग्रेजों का साथ दिया था। अपना भविष्य बचाने के लिए सिंधिया ने अंग्रेजों से हाथ मिलाया और बगावत को दबाने में ब्रिटिश फौज का साथ दिया। सिंधिया के अंग्रेजों के साथ आने से ग्वालियर में महारानी लक्ष्मीबाई की शहादत हुई और क्रांति का दमन हो गया।’ वरिष्ठ पत्रकार डॉ. राकेश पाठक ने कहा है कि यह तथ्य खुद भारत सरकार ने लिखित रूप से स्वीकार किया है।