भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम सन 1857 की क्रांति के समय ‘ग्वालियर के तत्कालीन सिंधिया महाराजा जयाजीराव सिंधिया ने अंग्रेजों का साथ दिया था। अपना भविष्य बचाने के लिए सिंधिया ने अंग्रेजों से हाथ मिलाया और बगावत को दबाने में ब्रिटिश फौज का साथ दिया। सिंधिया के अंग्रेजों के साथ आने से ग्वालियर में महारानी लक्ष्मीबाई की शहादत हुई और क्रांति का दमन हो गया।’ वरिष्ठ पत्रकार डॉ. राकेश पाठक ने कहा है कि यह तथ्य खुद भारत सरकार ने लिखित रूप से स्वीकार किया है।
'जयाजीराव सिंधिया ने अंग्रेजों का साथ दिया था', सरकारी वेबसाइट से क्यों हटा?
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- 3 Nov, 2023
जयाजीराव सिंधिया और अंग्रेजों के बीच किस प्रकार के रिश्ते थे? आख़िर जब इस संबंध को लेकर डॉ. राकेश पाठक की किताब में ज़िक्र किया गया तो सरकारी वेबसाइट से उसको क्यों हटाया गया?

यह चौंकाने वाला खुलासा वरिष्ठ पत्रकार, कवि और लेखक डॉ. राकेश पाठक की हाल ही में प्रकाशित किताब ‘सिंधिया और 1857’ में हुआ है। लेकिन जैसे ही डॉ. पाठक की किताब चर्चा में आई वैसे ही सरकार की वेबसाइट से संबंधित पेज हटवा दिया गया है।