नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में यूरोप की संसद में लाये गये प्रस्ताव पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने नाराज़गी जताई है। बिड़ला ने सोमवार को यूरोपीय संसद के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि यह सही नहीं है कि एक विधायिका दूसरी विधायिका के लिये इस तरह का प्रस्ताव पास करे। यूरोपियन यूनाइटेड लेफ्ट/ नॉर्डिक ग्रीन लेफ्ट ग्रुप की ओर से लाये गये इस प्रस्ताव पर बुधवार को बहस होनी है और इसके एक दिन बाद यानी 30 जनवरी को मतदान होगा।
सीएए: बिड़ला ने यूरोपीय संसद से कहा - साथी विधायिकाओं की संप्रभुता का सम्मान करें
- देश
- |
- 29 Jan, 2020
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में यूरोप की संसद में लाये गये प्रस्ताव पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने नाराज़गी जताई है।

यूरोपीय संसद के अध्यक्ष डेविड मारिया सासोली को संबोधित इस पत्र में बिड़ला ने लिखा है, ‘अंतर संसदीय संघ का सदस्य होने के नाते हमें अपनी साथी विधायिकाओं की संप्रभु प्रक्रियाओं का सम्मान करना चाहिए और विशेषकर लोकतंत्र में ऐसा होना ही चाहिए।’ बिड़ला ने आगे लिखा है कि किसी एक विधायिका का दूसरी विधायिका के लिए फ़ैसला देना सही नहीं है और इसका अपने निहित स्वार्थों के लिये दुरुपयोग हो सकता है।