हरियाणा के जाटलैंड में कांग्रेस को मंगलवार को बड़ी कामयाबी मिली। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह कांग्रेस में लौट आए। उनके बेटे बिजेंद्र सिंह पहले ही कांग्रेस में आ चुके हैं। उनकी मां प्रेमलता भी चौधरी बीरेंद्र सिंह के साथ कांग्रेस में शामिल हुईं। प्रेमलता हरियाणा में विधायक और मंत्री रही हैं। इस तरह पूरा परिवार कांग्रेस में आ गया। चौधरी बीरेंद्र सिंह किसानों के मसीहा सर छोटूराम के परिवार से हैं। हरियाणा में परिवार का खास महत्व है। बीरेंद्र सिंह परिवार के आने से यह भी कह सकते हैं कि हरियाणा के जाटलैंड में कांग्रेस की पकड़ और मजबूत हो गई है। पिछले दिनों जब महिला पहलवानों का आंदोलन चल रहा था तो उसमें चौधरी बीरेंद्र सिंह, उनके सांसद बेटे ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को समझाने की कोशिश की। लेकिन भाजपा ने उनकी सलाह पर तवज्जो नहीं दिया। बीरेंद्र सिंह को इसका मलाल रहा। बीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि वो कांग्रेस में अकेले नहीं आए हैं, उस विचारधारा के साथ लौटे हैं, जिसे वे पहले मानते थे।  

  • कांग्रेस की पूर्व अध्य़क्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वड्डा ने लगातार दूसरी बार अमेठी से चुनाव लड़ने का संकेत दिया। लेकिन कांग्रेस पार्टी की तरफ से कोई अधिकृत घोषणा नहीं की गई। अलबत्ता वाड्रा के बयान का अंश जब सोशल मीडिया पर आया तो लोगों ने वाड्रा को सलाह दे डाली कि वे ऐसा हर्गिज न करें। बता दें कि वाड्रा को लेकर भाजपा सरकार ने कई जांच कराई लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आया।