जांच एजेंसी ईडी ने सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर पूछताछ की है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे को ईडी ने समन भेजकर पूछताछ में शामिल होने को कहा था।
क्या है मामला?
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। बीजेपी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि 90 करोड़ की प्रॉपर्टी को कौड़ियों के दाम में हथिया लिया गया।
स्वामी ने अपनी शिकायत में कहा था कि सोनिया गाँधी और राहुल गांधी ने केवल 50 लाख रुपये का भुगतान कर यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के ज़रिए कांग्रेस के स्वामित्व वाले एसोसिएट जरनल लिमिटेड (एजेएल) की 90.25 करोड़ की रकम वसूलने का अधिकार हासिल कर लिया था।
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने एजीएल को 1937 में शुरू किया था। 2010 में कंपनी में 1057 शेयर धारक थे और नुकसान होने के बाद 2011 में इसके स्वामित्व को यंग इंडिया लिमिटेड कंपनी को ट्रांसफर कर दिया गया था। एजेल की ओर से अंग्रेजी अखबार नेशनल हेराल्ड, उर्दू अखबार कौमी आवाज़ और हिंदी अखबार नवजीवन प्रकाशित किया जाता था।
यंग इंडिया लिमिटेड का गठन 2010 में किया गया था और इसमें राहुल गांधी और कांग्रेस के एक नेता निदेशक थे। राहुल गांधी और सोनिया गांधी के पास इस कंपनी के 76 फ़ीसदी शेयर थे और 24 फ़ीसदी शेयर कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस के पास थे।
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