दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए। ये नारे सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) की ओर से लिखे गए हैं। अभी तक खालिस्तान समर्थक नारे लिखने की घटनाएं पंजाब में हो रही थीं लेकिन अब दिल्ली में ऐसी घटना होने पर मामला गंभीर हो गया है। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने कुछ कथित आतंकियों को पकड़ा था, जिनके संपर्क खालिस्तान मूवमेंट के नेताओं से पाए गए थे। दिल्ली पुलिस खालिस्तानी नारे लिखे जाने के बाद हाई एलर्ट पर है।
गणतंत्र दिवस समारोह में महज 6 दिन बचे हैं। ऐसे में इस तरह की घटना ने दिल्ली पुलिस की सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़ कर दिए हैं। हालांकि हर बार की तरह इस बार भी दिल्ली पुलिस ने कई आतंकियों को पकड़ने का दावा किया और कहा कि गणतंत्र दिवस की सुरक्षा चाकचौबंद है। लेकिन खालिस्तान समर्थक नारे सरेआम दीवारों पर लिखे जाना गंभीर घटना है। अभी पुलिस के पास इस तरह का कोई सुराग नहीं है कि ये नारे किसी व्यक्ति विशेष ने लिखे हैं या फिर कोई ग्रुप है, जिसने इस तरह की हरकत की है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि सिख फॉर जस्टिस खबरों में बने रहने के लिए इस तरह की हरकतें कर रहे हैं।
बढ़ रहे हैं ऐसे मामले
खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखने की घटनाएं बढ़ रही हैं और कई बार इसके तहत हुई हरकतें कानून व्यवस्था को चुनौती देती नजर आती हैं। मई 2022 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य द्वार पर खालिस्तानी झंडे लगाए जाने का मामला सामने आया था। इन झंडों की संख्या करीब 5-6 थी। हिमाचल प्रदेश ने भिंडरावाले और खालिस्तानी झंडे ले जाने वाले वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिससे एसएफजे आंदोलन कर रहा था। संगठन ने घोषणा की थी कि वह 29 मार्च 2022 को खालिस्तानी झंडा फहराएगा लेकिन भारी सुरक्षा के कारण वह ऐसा नहीं कर सका था। फिर उसने तिलमिला कर मई में खालिस्तानी झंडे लगा दिए।
इसके बाद जून 2022 में पंजाब के फरीदकोट जिले में एक सेशन जज के घर की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में खालिस्तान जिंदाबाद का नारा लिखा गया है।
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