loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

पीछे

हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट

आगे

अरविन्द केजरीवाल

केजरीवालः जर्मनी के बाद अब यूएस के दूत को भी भारत ने तलब किया

भारत ने बुधवार को एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक को तलब किया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी की टिप्पणी पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। 

विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने मिशन के कार्यवाहक उपप्रमुख ग्लोरिया बरबेना को यहां साउथ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय में तलब किया। बैठक 30 मिनट से अधिक समय तक चली।


रॉयटर्स के मुताबिक केजरीवाल की गिरफ्तारी पर सोमवार को अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा था कि वाशिंगटन ने " उम्मीद है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के मामले में एक निष्पक्ष, पारदर्शी और समय पर कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।" प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केजरीवाल को कथित दिल्ली शराब 'घोटाले' से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चुनाव की घोषणा होने के बाद गिरफ्तार किया है।

ताजा ख़बरें
भारत ने अमेरिकी दूत को तलब किए जाने का विवरण जारी नहीं किया है। हालांकि जर्मनी के दूत को तलब करने के बाद सूत्रों के हवाले से मीडिया को सारी जानकारी दे दी गई थी। आमतौर पर दूत को तलब करने से पहले विदेश मंत्रालय प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना बयान भी देता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया। 

Kejriwal: After Germany, India now summons US ambassador too - Satya Hindi
विदेश मंत्रालय के दफ्तर के बाहर यूएस दूत

जर्मनी के दूत को तलब किए जाने के समय भारत ने जर्मनी के प्रवक्ता की टिप्पणी को "आंतरिक मामलों में ज़बरदस्त हस्तक्षेप" करार दिया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था, "हम ऐसी टिप्पणियों को हमारी न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और हमारी न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कम करने के रूप में देखते हैं। इस मामले में पक्षपातपूर्ण धारणाएं सबसे अनुचित हैं।"

अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले के सिलसिले में पिछले हफ्ते ईडी ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद AAP ने दिल्ली में उग्र विरोध प्रदर्शन किया। केजरीवाल को इस सप्ताह 28 मार्च तक जेल भेज दिया गया।

देश से और खबरें

ईडी का मानना ​​है कि अब खत्म हो चुकी शराब नीति खुदरा विक्रेताओं के लिए 185 प्रतिशत और थोक विक्रेताओं के लिए 12 प्रतिशत का असंभव उच्च लाभ मार्जिन दे रही थी। बाद में इस मामले में ₹ 600 करोड़ से अधिक की रिश्वत भी दी गई, इस पैसे का इस्तेमाल कथित तौर पर आप के चुनाव अभियानों के वित्तपोषण के लिए किया गया। हालांकि इन आरोपों से आप और उसके नेताओं ने हमेशा इनकार किया है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें