सिने अदाकारा कंगना रनौत ने जब मुंबई को पीओके कहा, महाराष्ट्र को पाकिस्तान कहा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जैसे गरिमामयी ओहदे पर बैठे उद्धव ठाकरे से तू-तड़ाक की तो लोगों को समझ आ गया था कि वो किसकी शह पर ऐसी भाषा बोल रही हैं। राजनीति और जीवन का तजुर्बा रखने वालों ने उनकी बातों को फिजूल समझकर उन पर ध्यान देना छोड़ दिया था। लेकिन अब तो इस अदाकारा ने हद ही पार कर दी है।
बदज़ुबानी: अन्नदाता किसानों को कंगना ने कहा आतंकी, बीजेपी कुछ बोलेगी?
- देश
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- 21 Sep, 2020
कंगना की बदज़ुबानी तो उस किसान के हौसले को तोड़ने वाली है, जो सर्दी-गर्मी, धूप-बरसात को दरकिनाकर कर अन्न उपजाने के काम में जुटा रहता है।

आप किसी विशेष विचारधारा से प्रभावित हो सकते हैं, उस विचारधारा की सरपरस्ती करने वाली पार्टी की सरकार से वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलने का एहसान तमाम नफ़रती बयानों के जरिए चुका सकते हैं, लेकिन आप अन्नदाता किसानों का अपमान क़तई नहीं कर सकते।