सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस केवी विश्वनाथन ने मिसइंफोर्मेशन यानी ग़लत सूचना को लेकर बड़ी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि ग़लत सूचना ने लोगों को ध्रुवीकृत कर दिया है, और इससे एक खास तरह की राय बनायी जा रही है। जस्टिस केवी विश्वनाथन ने कहा कि गलत सूचना सबसे गंभीर जोखिम के रूप में उभरी है और यह कानून के शासन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। उन्होंने कहा कि यह राज्य और इसकी कानूनी प्रणाली को उलझन में डाल सकती है।
गलत सूचना सबसे गंभीर जोखिम के रूप में सामने आई है: जस्टिस विश्वनाथन
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- 13 Jun, 2024
वाट्सऐस, फे़सबुक और यूट्यूब जैसे माध्यमों पर ग़लत सूचना ने कितना बड़ा नुक़सान किया है? जानिए, सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस केवी विश्वनाथन ने क्या कहा।

जस्टिस केवी विश्वनाथन बुधवार को केरल उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति टी एस कृष्णमूर्ति अय्यर स्मारक व्याख्यान में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, 'हम डिजिटल युग के महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं। यह सूचना का विस्फोट है। एक्स, फेसबुक, व्हाट्सऐप और यूट्यूब जैसे सूचना के गैर-पारंपरिक माध्यम बहुत तेज़ गति से सूचना फैलाने में सक्षम हैं।' उन्होंने कहा कि सूचना के इसी रूप से राज्य और कानूनी प्रणाली खुद को एक उलझन में पाती है क्योंकि गलत सूचना काफी तेजी से फैलती है। उन्होंने कहा कि यह अन्य मामलों के अलावा कानून के शासन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। एकमात्र सवाल यह है कि इसे कौन और कैसे रोकेगा।