चीन के साथ तनाव और वास्तविक नियंत्रण रेखा के आर- पार हज़ारों सैनिकों की तैनाती के बीच भारत ने टोक्यो में हुई क्वैड बैठक में नाम लिए बग़ैर चीनी घुसपैठ का मुद्दा उठा कर बीजिंग को कड़ा संकेत दे दिया है। यह महत्वपूर्ण इसलिए है कि क्वैड के सदस्य देशों में सबके साथ चीन के रिश्ते तल्ख हैं। इसके अलावा 'एशिया का नैटो' कहे जाने वाले इस सुरक्षा समूह में भारत का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। दूसरे, यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब समूह की नौसेनाओं का साझा अभ्यास 'मालाबार' अगले ही महीने होने को है। यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में होगा और चीन इससे बेहद परेशान होता है।