जामिया मिल्लिया इसलामिया की लाइब्रेरी में पुलिस के घुसने के एक के बाद एक छह वीडियो फ़ुटेज आ गए। इनमें पुलिस को छात्र को बेरहमी से पीटते, तोड़फोड़ करते और सीसीटीवी कैमरे को तोड़ने का प्रयास करते देखा जा सकता है। इस पर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं, लेकिन पुलिस से जुड़े रहे लोगों की नज़र में क्या यह कार्रवाई सही है? क्या पुलिस को ऐसा करने का अधिकार है? और यदि नहीं है तो ऐसा करने वाले पुलिस अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए?