सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई को 'पिंजरे में बंद तोता' बताए जाने पर देश में अब अलग ही बहस छिड़ सकती है। इसकी चेतावनी खुद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ही दी है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद उपराष्ट्रपति ने कहा है कि 'हानिकारक टिप्पणियाँ हमारी संस्थाओं को हतोत्साहित कर सकती हैं। ये एक राजनीतिक बहस को हवा दे सकती हैं और एक नैरेटिव को गढ़ सकती हैं।'
'सीबीआई पिंजरे में बंद तोता' वाली SC की टिप्पणी के बाद उपराष्ट्रपति चिंतित क्यों?
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- 16 Sep, 2024
सीबीआई की कार्रवाई पर लगातार सवाल क्यों उठते रहे हैं? आख़िर एजेंसी पर पिछली कांग्रेस सरकार से लेकर मौजूदा बीजेपी सरकार में भी राजनीतिक दबाव में काम करने के आरोप क्यों लगते रहे हैं?

हालाँकि, उपराष्ट्रपति की टिप्पणी में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई के बारे में की गई टिप्पणी का सीधे-सीधे ज़िक्र नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि उनकी यह टिप्पणी चुनाव आयोग, जाँच एजेंसियों पर आ रही टिप्पणियों के संदर्भ में हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा, 'हमें अपनी संस्थाओं के बारे में बेहद सचेत रहना होगा। वे मज़बूत हैं, वे कानून के शासन के तहत स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं और उनके लिए नियंत्रण और संतुलन हैं।'