नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने गुरुवार को डॉक्टरों के लिए जेनेरिक दवाइयां लिखने की अनिवार्यता के अपने निर्देश को फिलहाल टाल दिया है। एनएमसी के नए निर्देश आने के बाद अब डॉक्टर जेनेरिक दवाइयों के साथ ही दूसरी ब्रांडेड दवाएं भी मरीजों के पुर्जे पर लिख सकेंगे।