आसाराम की गिरफ़्तारी किसी थ्रिलर फ़िल्म से कम नहीं थी। आसाराम की गिरफ़्तारी से पहले ऊपर से फ़ोन की धौंस से लेकर धमकी और जाँच अधिकारी को मारने की साज़िश तक। और पुलिस की फ़िल्म 'स्पेशल 26' की तर्ज पर 'टफ़ ट्वंटी' टीम बनाने से लेकर मीडिया का सकारात्मक इस्तेमाल कर जाल बिछाने की रणनीति तक। सबकुछ एक थ्रिलर फ़िल्म की तरह थी और यही कारण है कि बड़े-बड़े रसूखदारों तक का चहेता आसाराम रिपोर्ट दर्ज होने के 10 दिन में गिरफ़्तार हो गया और वह 7 साल से जेल में है। आसाराम की इस गिरफ़्तारी की पूरी कहानी और उसके राज़ को उसको गिरफ़्तार करने वाले आईपीएस अफ़सर अजयपाल लांबा ने खोले हैं। उन्होंने उस पूरे वाक़ये पर किताब लिखी है।
IPS अफ़सर की किताब: जाल बिछाया, टीवी का सहारा लिया और आसाराम फँस गया
- देश
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- 31 Aug, 2020
आसाराम को गिरफ़्तार करने वाले आईपीएस अफ़सर अजयपाल लांबा ने उस घटना पर किताब लिखी है। बड़े-बड़े रसूखदारों तक का चहेता आसाराम रिपोर्ट दर्ज होने के 10 दिन में गिरफ़्तार कर लिया गया था और वह 7 साल से जेल में है।
