गुजरात की एक अदालत ने स्वयंभू संत आसाराम को उम्रकैद की सजा मंगलवार को सुनवाई। आसाराम पर अपनी ही शिष्या से अनगिनत बार रेप का आरोप लगा था। अदालत ने सभी आरोपों को सही पाया। आसाराम कोई सामान्य बाबा नहीं था। तमाम नेताओं से उसके संबंध थे। उसके आश्रम की तमाम कहानियां गुजरात से निकलकर बाहर आईं। लड़कियों के पैरंट्स ने शिकायतें कीं। पुलिस ने तभी जांच की जब कोर्ट ने इसमें दखल दिया था।