नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिजास्टर मैनेजमेंट द्वारा गठित विशेषज्ञों की सरकारी कमेटी ने ही तीसरी लहर की आशंका और इसके लिए 'अपर्याप्त' तैयारी को लेकर चेताया है। तीसरी लहर में लापरवाही का क्या नतीजा हो सकता है, इसका एक सबक़ दूसरी लहर भी देता है। दूसरी लहर के आने से पहले भी विशेषज्ञों की एक कमेटी ने ऐसी ही चेतावनी जारी की थी। ठीक तैयारी नहीं हुई थी और उसका नतीजा भी भुगतना पड़ा। दूसरी लहर देश में तबाही लेकर आई थी। यह तबाही किस तरह की थी इसकी कल्पना इससे की जा सकती है कि अस्पताल में बेड नहीं मिले पा रहे थे, ऑक्सीजन की कमी से मौतें हो रही थीं, श्मशान में भी लाइनें लगी थीं और गंगा नदी में शव तैर रहे थे।