बढ़ते ड्रोन हमलों के बीच भारतीय नौसेना ने मध्य और उत्तरी अरब सागर में अपने समुद्री निगरानी प्रयासों को बढ़ा दिया है। इसके साथ ही अदन की खाड़ी में भी निगरानी बढ़ाई गई है। अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों पर लगातार सुरक्षा घटनाओं के बाद यह फ़ैसला किया गया।
नौसेना ने रविवार को एक बयान में कहा है कि समुद्री सुरक्षा अभियान चलाने और किसी भी घटना की स्थिति में व्यापारिक जहाजों की मदद करने के लिए विध्वंसक और फ्रिगेट वाले नौसेना कार्य समूहों को तैनात किया गया है। नौसेना ने कहा कि वह हिंद महासागर में नए सुरक्षा खतरों की जांच के लिए तटरक्षक बल के साथ मिलकर काम कर रही है।
पिछले कुछ हफ्तों में लाल सागर, अदन की खाड़ी और मध्य और उत्तरी अरब सागर में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों पर समुद्री सुरक्षा घटनाएं बढ़ी हैं। इजराइल-हमास युद्ध के बीच यमन के लाल सागर, अरब सागर और अदन की खाड़ी में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा विभिन्न वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाया गया है।
कुछ दिन पहले ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि केंद्र सरकार ने मर्चेंट नेवी के जहाजों पर हाल के हमलों को बहुत गंभीरता से लिया है। उन्होंने हमलावरों को चेताया कि उन्हें समुद्र के पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक घटना लाल सागर में भी हुई थी। भारत आ रहे एक कच्चे तेल के टैंकर पर लाल सागर में ड्रोन से हमला किया गया था। इसको लेकर अमेरिकी रिपोर्ट के बाद भारतीय नौसेना ने हमले की पुष्टि की।
भारतीय नौसेना ने कहा कि 25 भारतीयों को लेकर जा रहा एक तेल टैंकर लाल सागर में यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा दागे गए ड्रोन की चपेट में आ गया।
इसके बाद अरब सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर बढ़ते हमलों के मद्देनजर भारतीय नौसेना ने वहां युद्धपोत आईएनएस मोर्मुगाओ, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता को तैनात किया है। लंबी दूरी के समुद्री टोही विमान पी8आई को भी लगाया गया है।
संपूर्ण समुद्री डोमेन जागरूकता के लिए लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमानों और दूर से संचालित विमान प्रणाली यानी आरपीएएस द्वारा हवाई निगरानी को बढ़ाया गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार नौसेना अधिकारियों ने कहा कि नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने अरब सागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए हर संभव कार्रवाई करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने अधिकारियों को व्यापारिक जहाजों और चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संदिग्ध नौकाओं की गहन जांच करने का भी निर्देश दिया।
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