भारत में मंजूर की गई कोविशील्ड और कोवैक्सीन को यूरोपीय संघ द्वारा वैक्सीन पासपोर्ट के लिए शामिल नहीं करने पर भारत ने अब कड़ा रुख अख्तियार किया है। इसने कहा है कि जैसे यूरोपीय संघ पेश आएगा उसी तरह से भारत भी पेश आएगा। यानी कोविशील्ड और कोवैक्सीन को यूरोप में यात्रा के लिए कोरोना प्रतिबंधों से छूट के लिए शामिल नहीं किया जाता है तो भारत भी यूरोपीय देशों के नागरिकों को भारत में मैनडेटरी यानी अनिवार्य क्वारेंटीन से छूट नहीं देगा। फ़िलहाल विदेश से आने वाले सभी लोगों को अनिवार्य क्वारेंटीन में रहना पड़ता है। इसका मतलब साफ़ है कि भारत द्वारा जारी वैक्सीन लगाने के सर्टिफ़िकेट को मानने पर ही यूरोपीय संघ द्वारा जारी सर्टिफ़केट को मान्यता दी जाएगी।
कोविशील्ड, कोवैक्सीन मंजूर नहीं तो ईयू के लिए अनिवार्य क्वारेंटीन: भारत
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- 1 Jul, 2021
कोविशील्ड और कोवैक्सीन को यूरोप में यात्रा के लिए कोरोना प्रतिबंधों से छूट के लिए शामिल नहीं किया जाता है तो भारत भी यूरोपीय देशों के नागरिकों को भारत में मैनडेटरी यानी अनिवार्य क्वारेंटीन से छूट नहीं देगा।
