अमेरिका के इंटरनेशनल रिलीजियस (धार्मिक) फ्रीडम आयोग ने कहा है कि भारत में धार्मिक आजादी खतरे में है। यहां हिन्दू राष्ट्रवादी एजेंडे को बढ़ावा दिया जा रहा है। आयोग ने कहा है कि करीब 15 देशों में धार्मिक आजादी खतरे में है। इसमें पाकिस्तान भी शामिल है। आयोग ने अमेरिकी सरकार से सिफारिश की है कि वो भारत समेत ऐसे सभी देशों को विशेष चिंता वाली सूची में डालें।



यह लगातार तीसरा साल है, जब भारत को इस अमेरिकी संस्था ने धार्मिक आजादी पर खतरे वाले देशों में डाला है। जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रम्प ने क्रमशः 2021 और 2020 में, भारत को विशेष चिंता वाले देश (सीपीसी) के रूप में नामित करने के लिए आयोग की सिफारिश की अनदेखी की थी।