दक्षिण अफ्रीका में मिले नये वैरिएंट ओमिक्रॉन से पूरी दुनिया में हलचल तेज है, तो भारत में इससे बचने के लिए कैसी तैयारी है? इसका अंदाज़ा आप ख़ुद ही लगा लीजिए।
डेल्टा वैरिएंट ने तबाही मचाई थी, क्या सबक़ लेकर ओमिक्रॉन से बचेंगे?
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- 29 Nov, 2021
अब जब ओमिक्रॉन का ख़तरा सिर पर है तो क्या सरकार और दूसरी एजेंसियाँ डेल्टा वैरिएंट और कोरोना की दूसरी लहर से सबक़ सिखेंगी? क्या सावधानी बरती जाएगी, क्या चुनावी रैलियों को नियंत्रित किया जाएगा?

याद कीजिए, कोरोना की दूसरी लहर से पहले का वक़्त। तब लोगों ने मास्क उतार फेंके थे। लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को धता बता रहे थे। कोरोना लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन के मामले आ रहे थे। पाबंदियों में ढील दी गई थी। स्कूल-कॉलेज खुल गए थे। और सबसे बड़ी बात जो हुई थी वह यह कि उसी दौरान चुनाव कराए गए थे। रैलियों में भीड़ जुटाने की होड़ लगी थी। नेता 'अप्रत्याशित भीड़' का बखान कर रहे थे। क्या मौजूदा हालात कुछ वैसे ही नहीं लगते?