नियमित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें क़रीब दो साल बाद अब बहाल होंगी। कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लगने के साथ ही मार्च 2020 में ये उड़ानें निलंबित की गई थीं और तब से अब तक उस निलंबन को आगे बढ़ाया जाता रहा था। निलंबन को आखिरी बार इस साल 28 फरवरी को बढ़ाया गया था।
लेकिन अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने वैश्विक स्तर पर टीकाकरण कवरेज में वृद्धि का हवाला देते हुए मंगलवार को कहा कि कोविड के प्रतिबंधों में भारी छूट को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों का संचालन 27 मार्च से फिर से शुरू होगा। इसको लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री ज़्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया।
After deliberation with stakeholders &keeping in view the decline in the #COVID19 caseload,we have decided to resume international travel from Mar 27 onwards.Air Bubble arrangements will also stand revoked thereafter.With this step,I’m confident the sector will reach new heights!
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 8, 2022
उन्होंने कहा, 'हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद और कोरोना मामलों में गिरावट को ध्यान में रखते हुए हमने 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू करने का फ़ैसला किया है। इसके बाद एयर बबल व्यवस्था भी रद्द हो जाएगी। इस क़दम के साथ मुझे विश्वास है कि यह क्षेत्र नई ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगा!'
इससे पहले कोरोना के ख़तरे को कम होता देख पिछले साल नवंबर के आख़िरी हफ़्ते में सरकार ने नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को 15 दिसंबर से बहाल करने का फ़ैसला ले लिया था। 26 नवंबर को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा था कि मामले की समीक्षा की गई है और इसी को देखते हुए सक्षम प्राधिकारी ने ऐसी उड़ानों को फिर से शुरू करने का फ़ैसला किया है। लेकिन इसी बीच कोरोना का नया रूप ओमिक्रॉन वैरिएंट आया और फ़ैसले को टालना पड़ा था। इसके बाद नियमित उड़ानों पर प्रतिबंध को आगे के लिए बढ़ा दिया गया था।
डीजीसीए ने बाद में 19 जनवरी को आदेश निकालकर निलंबन 28 फरवरी तक बढ़ा दिया था। नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के निलंबन को आगे बढ़ाते हुए विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने कहा था कि यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन और विशेष रूप से इसके द्वारा अनुमोदित उड़ान पर लागू नहीं होगा।
बता दें कि 2019 में कोरोना प्रकोप के बाद से कोरोना वायरस ने अरबों लोगों को संक्रमित किया है और दुनिया भर में लाखों लोगों को मार डाला है।
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