देश में एक दिन में पहली बार कोरोना संक्रमण के मामले 1 लाख से ज़्यादा आए हैं। रविवार को संक्रमण के 1 लाख 3 हज़ार 558 मामले दर्ज किए गए और 478 लोगों की मौत हुई। इससे पहले देश में एक दिन में कोरोना संक्रमण के इतने ज़्यादा मामले कभी नहीं आए थे। जब कोरोना की पहली लहर थी तब भी पिछले साल 16 सितंबर को 97 हज़ार 894 संक्रमण के मामले ही आए थे। अब महाराष्ट्र में भी रविवार को पहली बार 57 हज़ार से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और राज्य के मुंबई शहर में भी पहली बार ही 11 हज़ार से ज़्यादा और पुणे में 12 हज़ार से ज़्यादा मामले रिकॉर्ड किए गए हैं।
भारत में कोरोना संक्रमण के इतने मामले तब आ रहे थे जब सितंबर में कोरोना संक्रमण अपने शिखर पर था। तब 9 सितंबर के बाद से क़रीब दस दिनों तक संक्रमण के मामले 90 हज़ार से 98 हज़ार के बीच आ रहे थे।
भारत में हर रोज़ कोरोना संक्रमण के मामले अब दुनिया में सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। यह लगातार दूसरा दिन है जब इस मामले में भारत पहले पायदान पर है। भारत के बाद एक दिन में सबसे ज़्यादा मामले फ्रांस में क़रीब 60 हज़ार केस आए हैं। तीसरे स्थान पर तुर्की है जहाँ क़रीब 41 हज़ार पॉजिटिव केस आए हैं। इससे एक दिन पहले इस मामले में अमेरिका और ब्राज़ील दूसरे और तीसरे स्थान पर थे।
भारत में कोरोना संक्रमण के मामले रविवार को 1 लाख से ज़्यादा तब आए हैं जब कोरोना संक्रमण से बिगड़ते हालात के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने उसी दिन एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में तेज़ी से फैलते कोरोना संक्रमण के अलावा देश में जारी कोरोना टीकाकरण अभियान की भी समीक्षा की गई। बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य सचिव, डॉ. विनोद पॉल सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पाँच स्तरीय रणनीति- टेस्टिंग, ट्रेसिंग, उपचार, कोरोना-उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण- के सख्त कार्यान्वयन की आवश्यकता दोहराई। यह बैठक ऐसे दौर में हुई थी जब देश में शनिवार को एक दिन में कोरोना संक्रमण के 93 हज़ार 249 मामले आए थे।
देश में अभी जितने कोरोना संक्रमण के मामले हैं उसमें 76 प्रतिशत महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, केरल और पंजाब के हैं।
बता दें कि देश में अब तक क़रीब 1 करोड़ 25 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। फ़िलहाल क़रीब 7 लाख सक्रिए पॉजिटिव केस हैं जिसमें से 4.3 लाख अकेले महाराष्ट्र से हैं।
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महाराष्ट्र में धारा 144 लागू
तेज़ी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र में रात का कर्फ़्यू लगाने का फ़ैसला किया गया है। रात 8 बजे से सुबह के 7 बजे तक कर्फ़्यू लगा रहेगा। इसके अलावा दिन में धारा 144 लग जाएगी, जिसके तहत एक जगह एक समय पाँच से ज़्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते। ये फ़ैसले आज से लागू हो रहे हैं। इसके अलावा सप्ताहांत पर भी लॉकडाउन लग जाएगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में रविवार को हुई कैबिनेट बैठक में ये फ़ैसले लिए गए।
रविवार को मुंबई में हुई कैबिनेट बैठक में फ़ैसला किया गया कि मॉल, रेस्तरां और बार आदि एक बार फिर बंद कर दिए जाएँगे। हालांकि लोग इन जगहों से खाने-पीने की चीजें खरीद कर ले जा सकेंगे। इसके साथ ही अति आवश्यक सेवाएँ चालू रहेंगी। सरकारी दफ़्तर 50 फ़ीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे, यानी आधे लोग ही काम करेंगे। लेकिन औद्योगिक ईकाइयाँ चालू रहेंगी और कामगारों के कामकाज पर जाने पर कोई रोक नहीं लगेगी। इसके साथ ही निर्माण कार्य चालू रहेंगे।
कैबिनेट बैठक में यह भी तय किया गया कि फ़िल्मों या धारावाहिक की शूटिंग में जहाँ भीड़ नहीं होगी, वहाँ काम चालू रह सकता है। सिनेमा हॉल, थिएटर आदि बंद रहेंगे। सभी यातायात सुविधाएँ पहले की तरह चालू रहेंगी। लेकिन परिवहन व्यवस्था 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलेगी, यानी सीट के आधे लोग ही बैठ सकेंगे।
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