केंद्र सरकार भले ही यह दावा करे कोरोना से लड़ाई में उसने कई देशों से बेहतर काम किया है और लाखों लोगों की ज़िन्दगी बचाई है, सच यह है कि कोरोना जाँच में ही भारत फिसड्डी साबित हुआ है। सही संख्या में जाँच होने पर ही संक्रमण की स्थिति का पता लगाया जा सकता है, उस पर अध्ययन किया जा सकता है और रोकथाम की योजना बनाई जा सकती है।