भारत चीन सीमा विवाद पर चीन की तरफ़ से लगातार किए जा रहे दावों को विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को खारिज कर दिया और कहा कि यह चीनी सेना है जिसने आपसी समझौते में तय मानकों को तोड़ा है। केंद्र ने कहा कि एलएसी पर चीन द्वारा ढाँचा खड़ा करना 6 जून के समझौते का उल्लंघन था जब दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करने के लिए सहमति व्यक्त की थी। गलवान घाटी का यह वही इलाक़ा है जहाँ पर दोनों सेनाओं के बीच ख़ूनी झड़प हुई थी और इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भी दोनों पक्षों के बीच भारत चीन कमांडर स्तर की बैठक हुई। लेकिन इस बीच चीन ताबड़तोड़ भारत पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाता रहा।
गलवान घाटी- चीन मई से सेना तैनात करता रहा, समझौते का उल्लंघन किया: केंद्र सरकार
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- 25 Jun, 2020
भारत ने अब साफ़ साफ़ कहा है कि चीनी सैनिकों ने भारत चीन के समझौते को तोड़ा है और लद्दाख के गलवान घाटी में घुसपैठ की है।

अब भारत की ओर से इस पर वास्तविक स्थिति साफ़ की गई है और चीन को संदेश दिया गया है कि यह चीनी सेना की ग़लती है। भारत के विदेश मंत्रालय ने आज एक मज़बूत बयान जारी किया और कहा, 'जहाँ अतीत में कभी-कभार ऐसा होता था, इस साल चीनी बलों का व्यवहार सभी परस्पर सहमत मानदंडों का पूरी तरह उल्लंघन करता है।'