यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की पहली वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इससे जुड़े एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस प्रस्ताव में 'व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति' लाने और रूस से यूक्रेन में शत्रुता ख़त्म करने और तत्काल सेना वापस लेने की मांग की गई। लेकिन जब इस प्रस्ताव पर वोटिंग हुई तो भारत इससे अबस्टेन कर गया यानी दूर हो गया। इसका मतलब है कि भारत ने न तो इस प्रस्ताव का विरोध किया और न ही समर्थन। ऐसा ही चीन ने भी किया। कुल 32 देश वोटिंग से दूर रहे।