एक रिपोर्ट के अनुसार देश में छात्रों की आत्महत्या की दर चिंताजनक दर से बढ़ रही है। यह दर जनसंख्या वृद्धि और कुल आत्महत्या दर दोनों से कहीं ज़्यादा है। यह रिपोर्ट राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आँकड़ों के आधार पर तैयार की गई है।