loader
ट्विटर/भारतीय वायु सेना

वायु सेना ने माना, बालाकोट के बाद अपनी ही मिसाइल से गिरा था हेलिकॉप्टर

वायु सेना ने अब आधिकारिक रूप से मान लिया है कि बालाकोट स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान हमले के दौरान अपनी ही मिसाइल से एमआई-17 हेलिकॉप्टर गिर गया था। वायु सेना ने कहा कि इस मामले में कोर्ट ऑफ़ इन्क्वायरी पूरी हो गई है। वायु सेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने कहा कि हम यह स्वीकर करते हैं कि यह एक बड़ी ग़लती थी और यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी ग़लती दोबारा नहीं हो। इससे पहले कई ऐसी रिपोर्टें आई थीं कि पाक हमले में एमआई-17 को मार गिराया गया था। 

वायु सेना प्रमुख एयर फ़ोर्स डे की प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भारतीय वायु सेना की उपलब्धियों को गिनाया। साथ ही वायु सेना ने बालाकोट हवाई हमले की एक प्रमोशनल फ़िल्म जारी की है। इसमें वायु सेना की तैयारियों से लेकर हमले को अंजाम देने और वापस लौट आने को फ़िल्माया गया है। 

ताज़ा ख़बरें

इसी साल पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में हवाई हमला किया था। इसमें जैश ए मुहम्मद के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। तब दावा किया गया था कि इस कार्रवाई में आतंकी संगठन को भारी नुक़सान उठाना पड़ा। हालाँकि कई ऐसी अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्टें आई हैं जिसमें किसी भारी नुक़सान की बात पुष्ट नहीं होती है। बाद में बालाकोट हवाई हमले के जवाब में पाकिस्तान ने भी सीमा पार से हरकत की और सीमाई इलाक़ों में हवाई हमले किए थे। इस पाकिस्तानी हमले का भारत ने भी क़रारा जवाब दिया। 

इसी झड़प के दौरान भारत का एमआई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश कर गया था। शुरुआती रिपोर्टों में क्रैश होने का कारण पता नहीं चला था, लेकिन बाद में कई ऐसी रिपोर्टें आईं कि पाकिस्तानी हमले में यह हेलिकॉप्टर निशाने पर आ गया। लेकिन कुछ समय बाद ही कुछ ऐसी रिपोर्टें आईं कि भारतीय वायु सेना की अपनी ही मिसाइल से भारत की सीमा में ही ग़लती से हेलिकॉप्टर पर निशाना लग गया। इसके बाद मामले में जाँच शुरू की गई। और इसी जाँच रिपोर्ट की बात वायु सेना प्रमुख भदौरिया ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस में की। 

इसके साथ ही वायु सेना प्रमुख भदौरिया ने कहा, '27 फ़रवरी को पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमले के दौरान भारत ने मिग-21 से पाकिस्तान के एफ़-16 को मार गिराया था। इसमें भारत का मिग भी क्रैश हो गया था।'

प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान वायु सेना के रेडियो कम्युनिकेशन के असुरक्षित होने के एक सवाल के जवाब में वायु सेना प्रमुख ने कहा कि हमने सुरक्षित रेडियो कम्युनिकेशन को सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी क़दम उठाए हैं। उन्होंने दावा किया कि इसके बाद पाकिस्तान हमारे बीच की बातचीत को नहीं सुन पाएगा। बता दें कि बालाकोट हमले के अगले दिन विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के मामले में पाकिस्तान उनका कम्युनिकेशन जाम करने में सफल हो गया था।

देश से और ख़बरें
इस दौरान पत्रकारों के कई सवालों के वायु सेना प्रमुख ने जवाब दिया। हाल ही में पाकिस्तान द्वारा ड्रोन से हथियार भेजने के सवाल पर वायु सेना प्रमुख ने कहा कि छोटे ड्रोन हमारे लिए नई चुनौती हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले से निपटने के लिए कई क़दम उठाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह हवाई क्षेत्र के उल्लंघन का मामला है। इसे लेकर ज़रूरी क़दम उठाए जा चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रफ़ाल और एस-400 मिलने के बाद भारतीय वायु सेना की ताक़त और ज़्यादा बढ़ जाएगी। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

इंडिया गठबंधन से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें