जिस हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह को एक समय बड़ा झटका दिया था उसने अब अपनी फर्म को बंद करने की घोषणा कर दी है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्टों के बाद संबंधित कंपनियों में निवेशकों ने भारी बिकवाली की और अधिकारियों ने जाँच की कार्रवाई की। इसका नतीजा ये निकला कि भारत के अडानी समूह, अमेरिका के निकोला जैसी कंपनियों के अरबों रुपये सफाया हो गए। जिस हिंडनबर्ग रिसर्च ने दुनिया भर की दर्जनों कंपनियों को बड़े झटके दिए, उसने आख़िर अब एकाएक से फर्क को बंद करने की घोषणा क्यों की?
अडानी को झटका देने वाला हिंडनबर्ग रिसर्च बंद क्यों हो रहा है?
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- 16 Jan, 2025
हिंडनबर्ग रिसर्च जैसी फर्म ने अचानक से बंद करने का फ़ैसला क्यों कर लिया? वह भी तब जब भारत के अडानी समूह और अमेरिका के निकोला जैसी कंपनियों के ख़िलाफ़ रिपोर्टें जारी कर दुनिया भर की सुर्खियों में रही?

इस सवाल का जवाब तो सीधे-सीधे नहीं दिया गया है, लेकिन 2017 में हिंडनबर्ग की शुरुआत करने वाले नाथन एंडरसन ने बुधवार को इसकी वजहें कुछ बताई हैं। उन्होंने इसे बंद करने का कारण क्या बताया है, यह जानने से पहले यह जान लीजिए कि आख़िर इसने किन परिस्थितियों में फर्म को बंद करने का फ़ैसला लिया है।