पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने बुधवार को आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास और बीजेपी नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द कर दिया है। बताना होगा कि कुछ महीने पहले पंजाब में कुमार विश्वास और तजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी।
एफआईआर को रद्द करने के लिए कुमार विश्वास और बग्गा ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। कुमार विश्वास को गिरफ्तार करने के लिए इस साल अप्रैल में पंजाब पुलिस उनके घर पहुंची थी।
कुमार विश्वास के खिलाफ क्या है मामला?
कुमार विश्वास के खिलाफ पंजाब पुलिस ने इस साल 12 अप्रैल को रूप नगर थाने में दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, आपराधिक साजिश रचने, धर्म या नस्ल के आधार पर दुश्मनी पैदा करने के इरादे से समाचार प्रकाशित करने या प्रसारित करने का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने कहा था कि नरिंदर सिंह की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि कुमार विश्वास की गलतबयान बाजी के कारण आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पंजाब में चुनाव के दौरान हिंसा का सामना करना पड़ा।
कुमार विश्वास ने एफआईआर को रद्द कराने के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में दायर याचिका में कहा था कि पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी ने अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और ऐसा उन्हें परेशान करने के लिए किया गया।
बग्गा के खिलाफ क्या है मामला?
बग्गा के खिलाफ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सनी सिंह ने मोहाली जिले के साहिबजादा अजीत सिंह नगर में स्थित साइबर सेल में मुकदमा दर्ज कराया था। सनी सिंह ने कहा था कि बग्गा ने भड़काऊ भाषण दिए, अफवाह फैलाई और धार्मिक तनाव फैलाने की कोशिश की। बग्गा पर आरोप है कि उन्होंने 30 मार्च को दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को धमकी दी थी।

पंजाब पुलिस का कहना था कि उसने बग्गा को 5 बार नोटिस दिया था और जांच में शामिल होने के लिए कहा था लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुए।
तजिंदर पाल सिंह बग्गा को इस साल मई में गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पुलिस दिल्ली स्थित उनके घर पर पहुंची थी। इस दौरान तीन राज्यों की पुलिस में जबरदस्त टकराव हुआ था। बग्गा को गिरफ्तार कर मोहाली ले जा रही पंजाब पुलिस को कुरुक्षेत्र में हरियाणा पुलिस ने रोक लिया था जबकि दिल्ली पुलिस का कहना था कि पंजाब पुलिस ने उन्हें इस गिरफ्तारी के बारे में कोई सूचना नहीं दी थी। बग्गा बीजेपी के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव हैं। बग्गा के पिता ने पंजाब पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया था।
अलका लांबा पर भी हुई थी एफआईआर
बता दें कि कुमार विश्वास और बग्गा के अलावा कांग्रेस नेता अलका लांबा के खिलाफ भी इसी तरह की एफआईआर दर्ज की गई थी। इन सभी नेताओं के घरों पर पंजाब पुलिस भेजी गई थी। अलका लांबा सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ खुद पंजाब पहुंची थीं और पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया। अलका लांबा ने कहा था कि उन्होंने केजरीवाल के खिलाफ जो भी कहा है, वह उस पर कायम हैं।
अलका लांबा पहले कांग्रेस में थीं और आम आदमी पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने फिर से कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था। पंजाब के विधानसभा चुनाव के दौरान वह वहां काफी सक्रिय रही थीं और उन्होंने आम आदमी पार्टी पर हमला भी बोला था।
अपनी राय बतायें