loader

जानिए, जी20 दिल्ली शिखर सम्मेलन की 10 बड़ी बातें

जी20 बैठक ने 'नई दिल्ली घोषणा' को अपनाया है। इसे एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। खास तौर पर इसलिए कि यूक्रेन युद्ध के बाद से इस पर सहमति बनाना बेहद मुश्किल काम था। यूक्रेन में युद्ध के अलावा जलवायु परिवर्तन से निपटने पर मतभेद के कारण अंतरराष्ट्रीय समूहों के लिए आम सहमति तक पहुँचना आसान नहीं था। फिर भी इसमें कई अहम फ़ैसले लिए गए।

इसमें वैश्विक विश्वास की कमी को ख़त्म करने का आह्वान से लेकर जी20 में अफ्रीकी यूनियन तक को शामिल करने जैसे निर्णय लिए गए हैं। जानिए, दिल्ली में जी20 की 10 बड़ी बातें क्या रहीं।

ताज़ा ख़बरें
  • लीडर्स डिक्लेरेशन या शिखर सम्मेलन के साझा घोषणा-पत्र पर सहमति बनी। सभी देशों ने नई दिल्ली घोषणा पत्र को मंजूर कर लिया। दिल्ली घोषणापत्र को चीन और रूस के साथ सहमति में अपनाया गया।
  • हाल के वर्षों में बढ़ी विश्वास की कमी को जी20 के सदस्य देशों के बीच अधिक सहयोग से दूर करने की बात कही गई। कहा गया कि यह समय वैश्विक कल्याण के लिए सभी देशों को एक-साथ मिलकर चलने का है।
  • अफ्रीकी संघ को जी20 के नए स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। यह एक नई वैश्विक व्यवस्था को दिखाता है। विकासशील देशों को वैश्विक निर्णय लेने में अधिक भूमिका मिल रही है।
  • जी20 देशों ने यूक्रेन पर आक्रमण करने को लेकर रूस का नाम तो नहीं लिया, लेकिन क्षेत्रीय लाभ के लिए बल के प्रयोग की कड़ी आलोचना की। 
  • अमेरिका, भारत, सऊदी अरब और खाड़ी और अरब देशों और यूरोपीय संघ को जोड़ने वाले व्यापक रेल और शिपिंग कनेक्टिविटी नेटवर्क की घोषणा की गई।
देश से और ख़बरें
  • इस नेटवर्क को चीन की बेल्ट एंड रोड परियोजना के विकल्प के रूप में पेश किया जा रहा है, जिसने पाकिस्तान, केन्या, जाम्बिया, लाओस और मंगोलिया जैसे कई विकासशील देशों को भारी कर्ज में डाल दिया है।
  • दिल्ली घोषणा ने देशों से अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखने का आह्वान किया, जिसमें क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और शांति और स्थिरता की रक्षा करने वाली बहुपक्षीय प्रणाली शामिल है।
  • पीएम मोदी ने स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन शुरू करने की घोषणा की। यह गठबंधन पौधों और जानवरों के अपशिष्ट सहित विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जैव ईंधन के वैश्विक प्रयासों को गति देगा।
  • जी - 20 के लिए एकत्र हुए विदेशी मंत्रियों ने जलवायु परिवर्तन सहित विभिन्न चुनौतियों से निपटने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की है।
  • जी-20 के देश मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास में तेजी लाने के लिए काम करेंगे। साथ ही वे सतत विकास के लिए 2030 के एजेंडे को लागू करने की दिशा में भी काम करना जारी रखेंगे।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें