संसद का चेहरा इस बार बदला हुआ है। इसमें काफ़ी दिनों बाद सवर्णों की तादाद बढ़ी है, वे बहुमत में भी हैं। संसद के कुल निर्वाचित 542 सांसदों में 232 सवर्ण हैं, जबकि ओबीसी सदस्यों की तादाद 120 है। अनुसूचित जाति के 86 और अनुसूचित जनजाति के 52 सांसद इस बार लोकसभा में हैं। मंडल आयोग की सिफ़ारिशें लागू करने के बाद जो भारतीय राजनीति का व्याकरण बदला, उसके बाद यह एक तरह का यू-टर्न है।