भारत और पाकिस्तान की ओर से लाइन ऑफ़ कंट्रोल (एलओसी) पर संघर्ष विराम के एलान का जम्मू-कश्मीर के मुख्य राजनीतिक दलों के साथ ही अलगाववादियों ने भी स्वागत किया है।
फ़ारूक, महबूबा के साथ अलगाववादी हुर्रियत भी संघर्ष विराम पर ख़ुश
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- 26 Feb, 2021
भारत और पाकिस्तान की ओर से लाइन ऑफ़ कंट्रोल (एलओसी) पर संघर्ष विराम के एलान का जम्मू-कश्मीर के मुख्य राजनीतिक दलों के साथ ही अलगाववादियों ने भी स्वागत किया है।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा है कि इस इलाक़े में शांति स्थापित करने की दिशा में यह पहला क़दम है और हम हमेशा से एलओसी पर संघर्ष विराम की हिमायत करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे एलओसी और अंतराराष्ट्रीय सीमा के आसपास रह रहे लोग आराम से रह सकेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि ऐसे मुश्किल वक़्त में दोनों देशों को इस तरह का क़दम उठाने की ज़रूरत थी। अनुच्छेद 370 के ख़त्म होने के बाद लंबे वक़्त तक जेल में रहीं मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर के हालात का समाधान केवल बातचीत के जरिये ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी और एलओसी पर रह रहे लोगों के लिए अच्छा क़दम है।