हरियाणा पुलिस द्वारा शंभू सीमा पर आंसू गैस छोड़े जाने के बाद और किसानों के घायल होने की ख़बरों के बीच किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। किसानों को बैरिकेड्स पर रोक दिया गया और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आँसू गैस के गोले दागे। रविवार को विरोध-प्रदर्शन के दौरान कम से कम पांच किसान घायल हो गए। अब सोमवार को बैठक कर इस पर फ़ैसला लिया जाएगा।
आंसू गैस, किसानों के घायल होने के बाद 'दिल्ली चलो' मार्च स्थगित
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- 7 Dec, 2024
किसानों ने रविवार को फिर से अपने इस मार्च को शुरू किया, लेकिन उनको शंभू बॉर्डर पर आगे नहीं बढ़ने दिया गया। जानिए, पुलिस का क्या कहना है और किसानों ने क्या आरोप लगाया।

किसानों द्वारा पैदल मार्च शुरू किए जाने के बाद उन्हें हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग पर रोक दिया गया। इसके बाद किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए और पानी की बौछारें की गईं। किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम समूहों के 101 किसान प्रदर्शनकारियों में शामिल हैं। शंभू बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा फूल बरसाने के बारे में मीडिया के सवालों पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "आज का 'जत्था' वापस लौट रहा है। यह दुखद है कि फूलों में रसायन मौजूद थे। कई लोग घायल हुए हैं। हम आज एक बैठक करेंगे। जिस तरह से उन्होंने हमें बहला-फुसलाकर हमला किया, वह गलत है।"