कड़ाके की इस ठंड में जब राजधानी का पारा गिरकर रात के वक़्त 2-3 डिग्री तक पहुंच गया है, ऐसे में भी किसान बुलंद हौसलों के साथ दिल्ली के बॉर्डर्स पर डेरा डाले हुए हैं। किसानों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे भी शामिल हैं और आंदोलन को 24 दिन हो चुके हैं। किसान संगठनों का कहना है कि आंदोलन शुरू होने के बाद से अब तक 22 से ज़्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। दूसरी ओर, बीजेपी और मोदी सरकार लगातार नए कृषि क़ानूनों को किसानों के हित में बता रही है और विपक्ष पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगा रही है।
किसान आंदोलन: दिल्ली के बॉर्डर्स पर धरना जारी, सरकार भी अड़ी
- देश
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- 19 Dec, 2020
कड़ाके की इस ठंड में जब राजधानी का पारा गिरकर रात के वक़्त 2-3 डिग्री तक पहुंच गया है, ऐसे में भी किसान बुलंद हौसलों के साथ दिल्ली के बॉर्डर्स पर डेरा डाले हुए हैं।

नए कृषि क़ानूनों को लेकर मोदी सरकार से जंग का एलान कर चुके किसान टिकरी से लेकर सिंघू और ग़ाज़ीपुर से लेकर रेवाड़ी बॉर्डर तक जमे हुए हैं। अब किसान सिर्फ़ इन तीन क़ानूनों के रद्द होने पर नहीं, एमएसपी पर क़ानूनी गारंटी, पराली और बिजली को लेकर आए अध्यादेशों को रद्द करने का भरोसा भी चाहते हैं।