क्या यूरोपीय संसद के 27 सदस्यों का कश्मीर दौरा प्रायोजित है? क्या उनकी रिपोर्ट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या उनके इस दौरे से कश्मीर को लेकर संदेह और गहरा ही होगा? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि इन 27 में से 22 सांसद अपने-अपने देश की धुर दक्षिणपंथी पार्टियों के हैं। वे प्रवासी विरोधी, इसलाम विरोधी, कट्टरपंथी, फासिस्ट और नात्सी समर्थक विचारों के लिए जाने जाते हैं। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि ये सभी सांसद निजी दौरे पर हैं, वे यूरोपीय संघ या यूरोपीय संसद की ओर से नहीं भेजे गए हैं। इन अलग-अलग देशों की अलग-अलग पार्टियों के 27 नेताओं का एक साथ भारत आना भी कई सवाल खड़े करता है।
यूरोपीय सांसदों के दल में नात्सीवाद, फासीवाद के समर्थक क्यों?
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- 29 Oct, 2019
क्या यूरोपीय संसद के 27 सदस्यों का कश्मीर दौरा प्रायोजित है? क्या उनकी रिपोर्ट पर भरोसा किया जा सकता है?
