इतिहासकार रामचंद्र गुहा समेत 50  लोगों पर राजद्रोह का मुक़दमा लगाए जाने पर फ़िल्म अभिनेत्री और निर्देशक अपर्णा सेन ने कहा कि यह उन्हें और दूसरे लोगों को परेशान करने की कोशिश तो है ही, देश में लोकतांत्रिक जगह सिकुड़ने का सबूत भी है। जिन 50 लोगों ने मॉब लिन्चिंग की घटनाओं  पर चिंता जताते हुए एक खुला पत्र प्रधानमंत्री को लिखा था, उनके ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा लगाया गया है। बिहार के मुज़फ्फ़रपुर में इस मामले में प्रथामिकी यानी एफ़आईआर दर्ज कराई कराया गया है। इस चिट्ठी पर दस्तख़त करने वालों में अपर्णा सेन और मणि रत्नम भी थे।