डिफेंस पर संसद की स्थायी समिति ने सेना, वायुसेना और नौसेना का बजट घटने पर चिन्ता जताई है। यह रिपोर्ट कल संसद के पटल पर रखी गई थी, लेकिन आज इस रिपोर्ट की पूरी जानकारी सामने आई है। समिति ने कहा कि कुछ पड़ोसी देशों के साथ बढ़ते तनाव के मौजूदा हालात को देखते हुए सेना के तीनों अंगों को पर्याप्त बजट मिलना चाहिए।समिति ने पूंजीगत परिव्यय (कैपिटल आउटले) और बजटीय आवंटन के लिए तीन रक्षा सेवाओं की मांग के बीच बड़े अंतर का जिक्र करते हुए, सिफारिश की है कि रक्षा मंत्रालय को आने वाले वर्षों में बजट में कोई कमी नहीं करनी चाहिए।



लोकसभा में पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया कि कि 2022-23 के बजट के लिए 2,15,995 करोड़ की मांग का अनुमान लगाया गया था, लेकिन आवंटन 1,52,369.61 करोड़ का हुआ था। धन की इस तरह की कटौती रक्षा सेवाओं की ऑपरेशनल तैयारियों से समझौता है।