देश में फिर से कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले आए हैं। शनिवार को एक दिन में 1 लाख 52 हज़ार 879 पॉजिटिव केस आए। यह लगातार पाँचवीं बार है जब एक लाख से ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं। अब तक कुछ छह बार 1 लाख से ज़्यादा केस आए हैं। एक दिन पहले ही शुक्रवार को क़रीब 1 लाख 45 हज़ार संक्रमण के मामले आए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी शनिवार के आँकड़े के मुताबिक़ 24 घंटे में 839 लोगों की मौत हुई है। अब तक कुल 1 करोड़ 33 लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं। 1 करोड़ 20 लाख से ज़्यादा मरीज़ ठीक हो चुके हैं। देश में अब सक्रिए मामलों की संख्या 11 लाख से ज़्यादा हो गई है। अब तक 1 लाख 69 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 10 करोड़ 15 लाख से ज़्यादा टीके लगाए जा चुके हैं।
गुरुवार को एक दिन में 1 लाख 31 हज़ार 968 पॉजिटिव केस आए थे। बुधवार को पॉजिटिव केस 1 लाख 26 हज़ार 789 आए थे। इससे पहले मंगलवार को संक्रमण के मामले 1 लाख 15 हज़ार से ज़्यादा थे। पिछले साल 30 जनवरी को संक्रमण शुरू होने के बाद से एक दिन में अब तक इतने संक्रमण के मामले नहीं आ रहे थे।
देश में हर रोज़ सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले महाराष्ट्र में आ रहे हैं। राज्य में 55 हज़ार 411 संक्रमण के मामले आए हैं और 309 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 33 लाख 43 हज़ार से ज़्यादा केस आए हैं और 57 हज़ार 638 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में 5 लाख 36 हज़ार से ज़्यादा सक्रिए पॉजिटिव केस हैं।
छत्तीसगढ़ में 14 हज़ार 98 पॉजिटिव केस आए हैं। दिल्ली में 7897 मामले आए हैं। केरल और कर्नाटक में भी 6 हज़ार से ज़्यादा केस आ रहे हैं। तमिलनाडु और गुजरात जैसे राज्यों में 5 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले हर रोज़ आ रहे हैं।
दिल्ली में सख़्त पाबंदियाँ
देश की राजधानी में बेतहाशा बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर दिल्ली सरकार ने शनिवार देर शाम को नयी पाबंदियों की घोषणा की है। ये नयी पाबंदियाँ रेस्तराँ, थियेटर, सार्वजनिक परिवहन, सार्वजनिक सभा और शादियों व अंतिम संस्कार में लोगों के इकट्ठे होने के संदर्भ में हैं। नयी घोषणा 30 अप्रैल तक के लिए है। यानी इस महीने के आख़िर में जैसी स्थिति होगी, उसके अनुसार फ़ैसले लिए जाएँगे।
सरकार की यह ताज़ा घोषणा रात के कर्फ्यू से अलग है। दिल्ली सरकार ने 6 अप्रैल को रात के कर्फ़्यू की घोषणा की थी। यह कर्फ्यू रात के 10 बजे से सुबह 5 बजे तक के लिए है। यह फ़ैसला भी 30 अप्रैल तक के लिए है।
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