यूरोप के देश और कुछ अन्य देशों में जहाँ अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन मिक्स में लगाकर ट्रायल किया जा रहा है वहाँ उत्तर प्रदेश में 20 लोगों को मिक्स वैक्सीन लापरवाही में लगा दी गई। दोनों में एक बड़ा अंतर है। एक जगह निगरानी में शोध चल रहा है तो दूसरी जगह पूरी तरह लापरवाही।
कोविशील्ड, कोवैक्सीन की अलग-अलग खुराकें लगने पर क्या होगा?
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- 27 May, 2021
यूरोप सहित कुछ देशों में जहाँ अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन मिक्स कर और लगाकर ट्रायल किया जा रहा है वहाँ उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले में 20 लोगों को मिक्स वैक्सीन लापरवाही में लगा दी गई।

मिक्स वैक्सीन का सीधा मतलब है कि दो अलग-अलग कंपनियों की दो खुराकें लगा दी जाएँ। ऐसा ही यूपी के सिद्धार्थनगर ज़िले में हुआ है। यहाँ एक गाँव में अप्रैल के पहले हफ़्ते में क़रीब 20 लोगों को कोविशील्ड की पहली खुराक लगी थी और 14 मई को दूसरी खुराक कोवैक्सीन की लगा दी गई। हालाँकि उन्हें कोई गंभीर दुष्प्रभाव की शिकायत नहीं आई है, लेकिन इस लापरवाही के मामले में स्थानीय स्वास्थ्य कार्यालय ने जाँच के आदेश दिए हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिद्धार्थनगर डॉ. संदीप चौधरी ने कहा है कि यह नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है, कॉकटेल वैक्सीन नहीं दी जा सकती है। उन्होंने कहा है कि जाँच की रिपोर्ट आने पर दोषी कर्मचारी के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।