बने रहो गिरोहियों, बनी रहे तुम्हारी मूर्खता, तुम्हारा कुप्रचार। तुमने माजी में पड़े बेहतरीन वाकयात को फिर जगा दिया, जिस पर नालायक कांग्रेसियों ने ख़ुद राख डाल दिया था। लेकिन तुमने नई पीढ़ी को कुरेद कर उठा दिया। अपने कुत्सित प्रचार से। तुम्हारे निशाने पर रहे बापू, पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी। दो अभी सामने हैं -राहुल और प्रियंका। इन्हें आज की युवा पीढ़ी देख रही है, बतिया रही है लेकिन जो माजी में जाकर भी चमक रहे हैं, नई पीढ़ी उन्हें अब खोज कर पढ़ रही है। तुम्हारा प्रचार है - नेहरू के कपड़े विदेश से धुल कर आते थे, तुम्हारा प्रचार है नेहरू का सिगरेट हवाई जहाज से आता था। चलो माजी में टहलो।

देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की आज पुण्यतिति है। आज ही के दिन यानी 27 मई को 1964 में उनका निधन हो गया था। पढ़िए, नेहरू ने इंदिरा को शांतिनिकेतन में क्यों पढ़वाया।
पंडित नेहरू की एक संतान है। इंदु। इंदु के पिता जवाहर लाल नेहरू जेल में हैं, मा क्षय रोग से पीड़ित, अस्पताल में हैं। स्विट्जरलैंड में इलाज चल रहा है। सुभाषचन्द्र बोस कमला नेहरू की देखभाल कर रहे हैं। इतिहास का यह हिस्सा पत्थर को भी नम कर सकता है इंसान की क्या बिसात। उसी सुभाषचन्द्र बोस और उसी नेहरू को तुम आमने सामने खड़ा करते हो?