कोरोना का ख़ौफ़ एक बार फिर डरा रहा है। पिछले साल जब कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए थे तो मीडिया के एक वर्ग द्वारा इसके लिए दिल्ली के निज़ामुद्दीन स्थित मरकज़ में तब्लीग़ी जमात के कार्यक्रम को जिम्मेदार ठहराया गया था। तब्लीग़ी जमात के इस कार्यक्रम में दुनिया के कई देशों से लोग शामिल हुए थे और लॉकडाउन के अचानक एलान के कारण वे मरकज़ में ही फंस गए थे। इसके बाद पुलिस ने 2361 लोगों को वहां से निकाला था और यहां से निकले लोगों और उनके संपर्क में आए 25,500 लोगों को क्वारेंटीन किया गया था।