राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर बुधवार को हुई ईडी की
छापेमारी से कांग्रेस भड़क गई है। छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी ने कहा है कि दिल्ली की सत्ता में बैठे हुक्मरान इतने अहंकारी हो गए हैं कि वे समझते हैं कि जिसे चाहते हैं, जिस जनमत को चाहते हैं, पैर तले रौंद सकते हैं।
'राजस्थान डरने वाला नहीं'
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ़्रेन्स में कहा, ‘जैसे ही राजस्थान में कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को गिराने का षड्यंत्र शुरू हुआ, 13 जुलाई को इनकम टैक्स और ईडी ने कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा, धर्मेंद्र राठौड़ और स्फेयरमॉन्ट होटल के मालिक रतन शर्मा के ठिकानों पर छापे मारे।’ सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी ने मुख्यमंत्री के बड़े भाई के घर ईडी भेजकर बुधवार सुबह से ही छापेमारी करा रखी है।
सुरजेवाला ने कहा, ‘मोदी जी, आपने इस देश में रेड राज पैदा किया हुआ है और इससे राजस्थान डरने वाला नहीं है। जब बीजेपी का नेतृत्व फ़ेल हो जाता है तो ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई आगे आ जाती हैं।’
सुरजेवाला ने कहा कि ये जांच एजेंसियाँ बीजेपी के अग्रिम संगठन है। उन्होंने कहा, ‘राजस्थान की जनता और कांग्रेस इन रेड से डरने वाली नहीं है और मोदी जी, आपको जितना जुल्म करना है, कर लीजिए।’
मनी लॉन्ड्रिन्ग का आरोप
यह छापेमारी फर्टिलाइजर घोटाले में मनी लॉन्ड्रिन्ग को लेकर हुई है। ईडी ने राजस्थान में अग्रसेन गहलोत के छह ठिकानों, गुजरात में चार, बंगाल में दो और दिल्ली में एक जगह पर छापे मारे। अग्रसेन गहलोत जोधपुर में अनुपम कृषि नाम की कंपनी चलाते हैं।
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, अग्रसेन गहलोत पर आरोप है कि उन्होंने म्यूरिऐट ऑफ़ पोटाश (एमओपी) को विदेशी कंपनियों को बेच दिया और उन्हें यह एमओपी सब्सिडी वाले रेट्स पर मिली थी। आरोप है कि इससे सरकार को 60 करोड़ रुपये का नुक़सान हुआ है। एमओपी पौधों के बढ़ने के लिए ज़रूरी होती है। ईडी ने इस मामले में प्रीवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिन्ग एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
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