पिछले महीने ही पाँच साल में पहली बार मोदी और जिनपिंग के बीच बैठक हुई। चार साल बाद सैनिकों की वापसी के बाद एलएसी पर देपसांग, डेमचोक में गश्त फिर से शुरू हुई है। इसी बीच अब विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांगी यी ने भारत-चीन संबंधों में अगले कदम पर चर्चा की है। अब जो क़दम उठाए जाने पर चर्चा की गई है उसमें कैलाश मानसरोवर यात्रा तीर्थयात्रा को फिर से शुरू करना, सीमा पार नदियों पर डेटा साझा करना, भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें और मीडिया एक्सचेंज शामिल हैं। तो इस सबके संकेत क्या हैं?
भारत के साथ संबंधों को सुधारने, व्यापार करने को क्यों उत्सुक है चीन?
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- 20 Nov, 2024
भारत और चीन के बीच हाल के दिनों में जिस तरह की बातचीत चली है और सीमा पर जिस तरह की गतिविधियाँ हुई हैं, उससे क्या संकेत मिलता है? जानिए, चीन में अभी इसको लेकर क्या सोच है।

ये सब तब हो रहा है जब डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने वाले हैं और चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी दिख रही है। इसी बीच चीन का अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध बढ़ने की संभावना है। तो सवाल है कि क्या यही वे हालात हैं जो भारत-चीन के बीच संबंधों के नये संकेत दे रहे हैं?