कृषि क़ानूनों को लेकर जारी गतिरोध के बीच किसानों और सरकार के बीच ग्यारहवें दौर की बैठक भी बेनतीजा रही। बैठक के बाद किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि सरकार ने किसानों के सामने एक बार फिर पुराना प्रस्ताव रखा लेकिन किसानों ने इसे मानने से इनकार कर दिया। अगली बैठक के लिए कोई तारीख़ भी तय नहीं की गई है। इसका मतलब साफ है कि अब आगे जल्द कोई बातचीत होनी मुश्किल है।
एक बार फिर बेनतीजा रही किसानों और सरकार के बीच बैठक
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- 29 Mar, 2025
कृषि क़ानूनों को लेकर जारी गतिरोध के बीच किसानों और सरकार के बीच ग्यारहवें दौर की बैठक भी बेनतीजा रही।

बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, ‘किसानों के साथ यह चर्चा 14 अक्टूबर से चल रही है और ये कृषि क़ानून बिचौलियों और भ्रष्टाचार की समाप्ति के लिए लाए गए। सरकार का उद्देश्य था कि किसान मुनाफा कमा सकें। आंदोलन के दौरान किसान और जनता के बीच में ग़लतफहमी फैलाने की कोशिश की गई और कुछ लोगों ने किसानों के कंधों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक हित के लिए करने की कोशिश की।’
तोमर ने कहा, ‘बैठक के दौरान जब किसानों ने कहा कि वे सरकार के प्रस्ताव पर राजी नहीं हैं और क़ानूनों को रद्द करवाना चाहते हैं तो सरकार की ओर से कहा गया कि क़ानूनों को स्थगित करने का जो प्रस्ताव दिया गया है, वह किसानों और देश के हित में है।’