तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर आज दिल्ली लाया जाएगा। दोनों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया जाएगा। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है और जीवित बचे अकेले शख़्स ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का इलाज चल रहा है। वायु सेना ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी के अलावा उनके दो सहायक और पांच सुरक्षा अधिकारी भी थे। हेलीकॉप्टर जिस समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उस समय उसमें 14 लोग सवार थे।
गुरूवार शाम को उनके शवों को दिल्ली के कामराज मार्ग स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शुक्रवार को कामराज मार्ग से अंतिम यात्रा शुरू होगी। अंतिम संस्कार दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में स्थित श्मशान घाट पर होगा।
जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर ने बुधवार सुबह दिल्ली से उड़ान भरी थी। तब उनके साथ नौ लोग थे। सुलूर एयरबेस से हेलिकॉप्टर में पांच और लोग सवार हुए। सुलूर के एयरबेस से उड़ान भरने के थोड़ी ही देर बाद यह हेलिकॉप्टर नीलगिरी की पहाड़ियों के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सीडीएस रावत वेलिंगटन में स्थित डिफ़ेंस स्टाफ़ सर्विसेस कॉलेज में लेक्चर देने जा रहे थे।
यह हेलिकॉप्टर MI-17V5 था। यह दो इंजन वाला हेलिकॉप्टर था और इसे बेहद सुरक्षित माना जाता है लेकिन अचानक यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जांच के बाद ही पता चलेगा कि हादसे के पीछे क्या वजह है।
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