सीबीएसई ने स्कूल के सिलेबस से लोकतांत्रिक अधिकार, नागरिकता, धर्मनिरपेक्षता, संघवाद और भारत में खाद्य सुरक्षा जैसे प्रमुख अध्यायों को स्कूली पाठ्यक्रमों से हटा दिया है। इसने कहा है कि कोरोना संकट के बीच छात्रों पर बोझ कम करने के लिए ऐसा किया गया है। सीबीएसई के इस फ़ैसले के बाद विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार की नीयत पर शक होता है तो तृणमूल नेता ने कहा कि इस निर्णय को वापस लिया जाना चाहिए।
सीबीएसई: धर्मनिरपेक्षता जैसे अध्याय हटाए, विपक्षी नेता बोले- नीयत पर शक
- देश
- |
- 8 Jul, 2020
सीबीएसई ने स्कूल के सिलेबस से लोकतांत्रिक अधिकार, नागरिकता, धर्मनिरपेक्षता, संघवाद और भारत में खाद्य सुरक्षा जैसे प्रमुख अध्यायों को स्कूली पाठ्यक्रमों से हटा दिया है। विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मंगलवार को घोषणा की कि 2020-21 के लिए पाठ्यक्रम 'असाधारण स्थिति' के कारण एक तिहाई कम हो जाएगा क्योंकि दुनिया कोरोनो वायरस महामारी से लड़ रही है। इसके लिए बोर्ड ने ग्रेड 9 से 12 के लिए अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान पाठ्यक्रमों को संशोधित किया है।