सीबीएसई ने स्कूल के सिलेबस से लोकतांत्रिक अधिकार, नागरिकता, धर्मनिरपेक्षता, संघवाद और भारत में खाद्य सुरक्षा जैसे प्रमुख अध्यायों को स्कूली पाठ्यक्रमों से हटा दिया है। इसने कहा है कि कोरोना संकट के बीच छात्रों पर बोझ कम करने के लिए ऐसा किया गया है। सीबीएसई के इस फ़ैसले के बाद विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार की नीयत पर शक होता है तो तृणमूल नेता ने कहा कि इस निर्णय को वापस लिया जाना चाहिए।