कथित लव जिहाद पर क़ानूनी दाँव-पेच और राजनीतिक आरोपों-प्रत्यारोंपों के बीच कलकत्ता हाई कोर्ट ने एक बेहद अहम फ़ैसला दिया है। हाई कोर्ट ने कहा है कि यदि अलग-अलग धर्मों के लोगों के विवाह में कोई महिला अपना धर्म बदल कर दूसरा धर्म अपना लेती है और उस धर्म को मानने वाले से विवाह कर लेती है तो किसी अदालत को इस मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।