द्वारका राजमार्ग चर्चा में है। इसलिए कि इसकी लागत बहुत ज़्यादा बढ़ गई है। ऐसा सरकार के ऑडिट में ही पता चला है। सीएजी ने रिपोर्ट में कहा है कि केंद्र की भारतमाला परियोजना चरण -1 के तहत निर्मित द्वारका राजमार्ग की लागत 14 गुना बढ़ गई है।
द्वारका एक्सप्रेसवे की लागत 14 गुनी कैसे बढ़ी? जानें क्या है ऑडिट में
- देश
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- सत्य ब्यूरो
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- 14 Aug, 2023
किसी भी परियोजना की लागत कितनी बढ़ सकती है? दोगुना, चार गुना या आठ गुना? द्वारका राजमार्ग की लागत आख़िर 14 गुना कैसे बढ़ गई?

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति यानी सीसीईए द्वारा अनुमोदित राशि प्रति किलोमीटर 18.20 करोड़ रुपये थी। लेकिन इसको 250.77 करोड़ प्रति किलोमीटर की 'बहुत अधिक' लागत पर बनाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली और गुरुग्राम के बीच एनएच-48 को समानांतर रूप से चलने वाले 14-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग में विकसित करके भीड़भाड़ कम करने को प्राथमिकता दी गई। सीएजी की इस रिपोर्ट के बाद मोदी सरकार पर राजनीतिक हमले होने लगे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा है कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार के 75 वर्ष के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये।
मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार के 75 वर्ष के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये। pic.twitter.com/NodiqJgzvF
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 14, 2023