लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा का पूरा अभियान नरेंद्र मोदी के चेहरे पर आधारित था। 2024 में भी मोदी के चेहरे को मोदी की गारंटी के रूप में पेश किया गया। लेकिन जनता ने कुछ और सोचा हुआ था। 2024 के आंकड़े जैसे जैसे सामने आ रहे हैं, उससे पता चल रहा है कि भाजपा की हार कितनी बुरी तरीके से हुई है। हालांकि भाजपा इस हार को स्वीकार नहीं कर रही है और विपक्ष का मजाक उड़ा रही है। एनडीए सरकार बनने की आड़ में भाजपा अपनी हार को छिपा रही है। लेकिन चुनाव आयोग के आंकड़े तो फर्जी हैं नहीं, जिन्होंने भाजपा की पोल खोल दी है।
भाजपाः 2019 में 224 सीटों पर 50% वोट शेयर, 2024 में सिर्फ 156 सीटों पर
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- 8 Jun, 2024
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के खराब प्रदर्शन का विश्लेषण तमाम नजरिए से अभी भी जारी है। हालांकि मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं लेकिन भाजपा अपने दम पर बहुमत नहीं ला सकी है। उसकी सरकार नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टियों की बैसाखी पर टिकी है। 2019 में भाजपा 303 सीटें अपने दम पर लाई थी, इस बार वो 240 पर आकर रुक गई। इस बार उसका वोट प्रतिशत भी बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है।
