लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा का पूरा अभियान नरेंद्र मोदी के चेहरे पर आधारित था। 2024 में भी मोदी के चेहरे को मोदी की गारंटी के रूप में पेश किया गया। लेकिन जनता ने कुछ और सोचा हुआ था। 2024 के आंकड़े जैसे जैसे सामने आ रहे हैं, उससे पता चल रहा है कि भाजपा की हार कितनी बुरी तरीके से हुई है। हालांकि भाजपा इस हार को स्वीकार नहीं कर रही है और विपक्ष का मजाक उड़ा रही है। एनडीए सरकार बनने की आड़ में भाजपा अपनी हार को छिपा रही है। लेकिन चुनाव आयोग के आंकड़े तो फर्जी हैं नहीं, जिन्होंने भाजपा की पोल खोल दी है।