केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, वकीलों और अकादमिक जगत से जुड़े कई लोगों को 'राज्य का शत्रु' (एनेमी ऑफ़ स्टेट) घोषित कर रखा है और उन्हें 'केंद्रीय युद्ध पुस्तिका' (यूनियन वॉर बुक) में शामिल कर लिया है। उनकी प्रोफाइलिंग की जा रही है और सामान्य अपराधियों की तरह उनका रिकॉर्ड रखा जा रहा है।
यूनियन वॉर बुक में भीमा कोरेगाँव, यलगार परिषद के लोग राज्य के शत्रु
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- 31 Aug, 2021
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, वकीलों और अकादमिक जगत से जुड़े कई लोगों को 'राज्य का शत्रु' (एनेमी ऑफ़ स्टेट) घोषित कर रखा है और उन्हें 'केंद्रीय युद्ध पुस्तिका' (यूनियन वॉर बुक) में शामिल कर लिया है।

यह पूरा काम केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर किया जा रहा है, लेकिन राज्य गृह मंत्रालय को यह अधिकार है कि वह इस सूची में नए नाम जोड़े और उनकी प्रोफाइलिंग करे।
'द वायर' के अनुसार, महाराष्ट्र पुलिस ने भीमा कोरेगाँव मामले में बंद यलगार परिषद के कई लोगों को इस सूची में डाल रखा है और उनकी प्रोफाइलिंग की है।